उस झील का किनारा
वो शाम का ढलना
तुमसे की सारी बातें
मुलायम रातें
चंपई गजलें
रातरानी सी सुबहें
तमाम खत
सारे ड्राफ्ट में रह गए
धड़कने स्पैम हों
ट्रैश में चली गईं.....
वो शाम का ढलना
तुमसे की सारी बातें
मुलायम रातें
चंपई गजलें
रातरानी सी सुबहें
तमाम खत
सारे ड्राफ्ट में रह गए
धड़कने स्पैम हों
ट्रैश में चली गईं.....